Pension Hike : केंद्रीय कर्मचारियों के लिए एक शानदार खबर आई है। हाल ही में मोदी सरकार ने आठवें वेतन आयोग का गठन करने का फैसला लिया है, जिससे केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में बदलाव होगा। ध्यान रहे कि इसकी सिफारिशें 1 जनवरी, 2026 से लागू होंगी।
मोदी सरकार ने हाल ही में आठवें वेतन आयोग का गठन करने का फैसला लिया है, जिससे केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में बदलाव होगा। यह आयोग रिटायर कर्मचारियों की पेंशन में भी बढ़ोतरी करने में मदद करेगा। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 16 जनवरी को इस आयोग के गठन की जानकारी दी थी, जो बजट 2025 से पहले लागू होगा।
मोदी सरकार ने हाल ही में आठवें वेतन आयोग का गठन करने का निर्णय लिया है, जिससे केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में बदलाव आएगा। यह आयोग रिटायर कर्मचारियों की पेंशन में भी बढ़ोतरी करने में सहायक होगा। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 16 जनवरी को इस आयोग के गठन की जानकारी दी थी, जो बजट 2025 से पहले लागू होगा।
8वें वेतन आयोग के तहत नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) और यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) में कुछ बड़े बदलाव किए जाने की योजना है। यूपीएस 1 अप्रैल, 2025 से लागू होने जा रही है, जिसमें ओल्ड पेंशन स्कीम और एनपीएस दोनों के फायदे मिलेंगे। इस स्कीम में परिवार पेंशन, निश्चित पेंशन राशि, और सभी केंद्रीय कर्मचारियों के लिए न्यूनतम पेंशन की व्यवस्था की जाएगी, जिससे कर्मचारियों को आर्थिक सुरक्षा मिलेगी।
फिटमेंट फैक्टर क्या है
फिटमेंट फैक्टर एक ऐसा गुणक है, जिसका इस्तेमाल संशोधित वेतन और पेंशन की गणना के लिए किया जाता है। यह महंगाई, कर्मचारियों की आवश्यकताओं और सरकारी संसाधनों को ध्यान में रखता है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह फैक्टर 2.57 से बढ़कर 2.86 तक जा सकता है, जिससे कर्मचारियों के वेतन और पेंशन में बढ़ोतरी होगी।
UPS क्या है, और इसे कैसे इस्तेमाल किया जाएगा
ये एक रिटायरमेंट योजना है जो पुरानी पेंशन योजना और एनपीएस की बेहतरीन सुविधाओं को मिलाकर बनाई गई है। इससे सरकारी कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद एक सुरक्षित लाभ मिलेगा। इसमें फैमिली पेंशन, एक निश्चित पेंशन राशि और सभी केंद्रीय कर्मचारियों के लिए न्यूनतम पेंशन जैसे प्रावधान शामिल हैं।
यूपीएस 1 अप्रैल, 2025 से लागू होने की उम्मीद है। इस योजना के तहत न्यूनतम पेंशन 10,000 रुपये प्रति माह होगी, जो उन कर्मचारियों को मिलेगी जिन्होंने रिटायरमेंट के समय कम से कम 10 साल की सेवा पूरी की हो। अगर पेंशनभारी की मृत्यु हो जाती है, तो उनके परिवार को पेंशन राशि का 60 प्रतिशत मिलेगा, जो कि पेंशनभारी को उनकी मृत्यु के समय मिल रही थी।
8वें वेतन आयोग में UPS के तहत वेतन मैट्रिक्स कैसा होगा
केंद्रीय कर्मचारियों का न्यूनतम मूल वेतन 18,000 रुपये से बढ़कर 51,480 रुपये हो सकता है, जब 2.86 का फिटमेंट फैक्टर लागू होगा। यह वाकई में एक बड़ी बढ़ोतरी होगी।
8वें वेतन आयोग के तहत पेंशनभोगियों के लिए अच्छी खबर हो सकती है। पेंशन में उल्लेखनीय वृद्धि की संभावना जताई जा रही है। मौजूदा न्यूनतम पेंशन 9,000 रुपये है, लेकिन इसे बढ़ाकर 17,280 रुपये से 25,740 रुपये के बीच किया जा सकता है। हालांकि, यह अंतिम फिटमेंट फैक्टर पर निर्भर करेगा, जो पेंशन की गणना का एक अहम हिस्सा है।
8वें वेतन आयोग के तहत UPS में न्यूनतम पेंशन कितनी होगी
फिटमेंट फैक्टर को सरल भाषा में समझें तो यह एक गुणक होता है, जो वेतन संरचना को संशोधित करने में मदद करता है। यदि फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाया जाता है, तो पेंशन में भी उसी अनुपात में वृद्धि होगी। यह बदलाव पेंशनभोगियों की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकता है, खासतौर पर उन लोगों के लिए जो अपनी आय का बड़ा हिस्सा जीवन यापन में खर्च करते हैं।
हालांकि, सरकार की ओर से अभी तक इस पर आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। लेकिन वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में यह पेंशनभोगियों के लिए राहत भरा कदम होगा। 8वें वेतन आयोग के लागू होने से न केवल पेंशनभोगियों को फायदा होगा, बल्कि इससे उनके परिवारों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।