Gold Silver Price : आज, 18 जनवरी 2025 को भारतीय बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में हल्की गिरावट देखने को मिली है। अगर आप सोने और चांदी में निवेश करने का सोच रहे थे या फिर कुछ गहने खरीदने का मन बना रहे थे, तो यह समय काफी अहम हो सकता है। आइए जानते हैं क्या बदलाव हुए हैं और आपको कैसे इनका फायदा हो सकता है।
सोने की कीमतों में गिरावट
शुक्रवार के दिन, भारतीय सर्राफा बाजार में सोने के दाम 79,184 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गए। ये दाम शुक्रवार के मुकाबले थोड़े कम हुए हैं, जो उस दिन 79,299 रुपये थे। इस हिसाब से सोने की कीमत में 115 रुपये की कमी आई है। हालांकि, यह कोई बड़ी गिरावट नहीं है, फिर भी सोने की कीमत को ध्यान में रखते हुए ये बदलाव वाज़िब हैं।
चांदी की कीमत में बड़ी गिरावट
वहीं, चांदी के रेट्स में एक बड़ी गिरावट देखी गई है। कल (शुक्रवार) चांदी की कीमत 91,784 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जो आज घटकर 90,755 रुपये पर आ गई है। इसका मतलब ये है कि चांदी में 1,029 रुपये की गिरावट आई है। ये गिरावट औद्योगिक मांग में कमी और स्थिरता के कारण हुई है।
सोने और चांदी की शुद्धता और रेट्स
अगर आप सोने और चांदी का निवेश करना चाहते हैं तो शुद्धता का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। यहां पर हम आपको बताएंगे कि 10 ग्राम सोने और चांदी की कीमत कितनी है, साथ ही विभिन्न शुद्धताओं के हिसाब से उनकी कीमतों का भी अंदाजा देंगे:
- 24 कैरेट (999 शुद्धता) – 79,299 रुपये
- 22 कैरेट (916 शुद्धता) – 72,638 रुपये
- 18 कैरेट (750 शुद्धता) – 59,474 रुपये
- 14 कैरेट (585 शुद्धता) – 46,390 रुपये
सोने और चांदी के रेट्स पर असर डालने वाले फैक्टर
सोने और चांदी की कीमतों में बदलाव केवल देशीय कारकों से नहीं बल्कि वैश्विक घटनाओं और बाजार की स्थिति से भी प्रभावित होते हैं।
- रुपये की स्थिति: अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होने पर सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं। वहीं डॉलर मजबूत होने पर इनकी कीमत कम हो सकती है
- वैश्विक स्थिति: सोने को सुरक्षित निवेश माना जाता है, और वैश्विक आर्थिक गतिविधियों का सीधा असर इसके दामों पर पड़ता है। जब वैश्विक आर्थिक स्थिति खराब होती है, तो निवेशक सोने की तरफ आकर्षित होते हैं, जिससे कीमतें बढ़ जाती हैं
- स्थानीय मांग: देश में शादियों और त्योहारों के दौरान सोने और चांदी की मांग में तेजी आती है, जिससे इनकी कीमतों पर असर पड़ता है
सोने और चांदी की खरीदारी का सही समय
यदि आप सोने और चांदी में निवेश करने का सोच रहे हैं, तो गिरावट का फायदा उठाने के लिए यह अच्छा समय हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार गिरावट में सोने और चांदी की खरीदारी करने से लंबे समय में आपको अच्छा फायदा हो सकता है।
आपको यह भी समझना होगा कि सोने और चांदी की कीमतें त्योहारों और शादी के सीजन में बढ़ जाती हैं, इसलिए इन दिनों में खरीदारी करना महंगा साबित हो सकता है। अगर आप निवेश के उद्देश्य से सोना और चांदी खरीदना चाहते हैं, तो गिरावट के दौर में इनकी खरीदारी करने से ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।
शुद्धता की जांच करना क्यों जरूरी है
सोने और चांदी की शुद्धता की जांच करना बेहद जरूरी है। इसका कारण यह है कि सिर्फ शुद्ध धातु के दाम ही आपको असल मूल्य का सही आकलन देते हैं। BIS हॉलमार्किंग एक प्रमाण है, जो सोने और चांदी के शुद्धता को दर्शाता है। जब आप गहने खरीदें, तो सुनिश्चित करें कि उनमें BIS हॉलमार्क लगा हो।
इसके अलावा, खरीदारी करते वक्त आपको ध्यान रखना चाहिए कि कीमतों में GST (3%) और मेकिंग चार्जेज अतिरिक्त होते हैं, जो सोने और चांदी के रेट्स के अलावा होते हैं। इसी वजह से ज्वेलरी के रेट्स हमेशा IBJA द्वारा जारी किए गए रेट्स से अधिक होते हैं।
सोने और चांदी के रेट्स को कैसे जानें
अगर आप ताजातरीन सोने और चांदी के रेट्स जानना चाहते हैं, तो एक आसान तरीका है मिस्ड कॉल करना। आप 8955664433 पर मिस्ड कॉल कर सकते हैं और कुछ ही समय में आपको SMS के जरिए ताजे रेट्स की जानकारी मिल जाएगी। साथ ही, आप IBJA की वेबसाइट पर भी सुबह और शाम के रेट्स चेक कर सकते हैं।
कुल मिलाकर, सोने और चांदी की कीमतें इस समय गिरावट के दौर में हैं, जिससे आपके लिए यह सही समय हो सकता है खरीदारी करने का। लेकिन हमेशा यह ध्यान रखें कि कीमतों में उतार-चढ़ाव होता रहता है, इसलिए खरीदारी का समय सही से चुनें।