DA Merger – अगर आप केंद्रीय कर्मचारी हैं या सरकार के नए वेतन आयोग की खबरों में रुचि रखते हैं, तो यह खबर आपके लिए है। केंद्र सरकार ने 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) को मंजूरी दे दी है। इस वेतन आयोग के आने से केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनधारकों की सैलरी और भत्तों में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। लेकिन सबसे बड़ा बदलाव होगा महंगाई भत्ते (Dearness Allowance – DA) को लेकर। चलिए, इसे आसान भाषा में समझते हैं।
DA होगा शून्य, लेकिन क्यों?
8वें वेतन आयोग के लागू होने पर सबसे बड़ा असर महंगाई भत्ते पर पड़ेगा। खबरों के मुताबिक, जनवरी 2026 से DA को शून्य (0) कर दिया जाएगा और इसे मूल वेतन (Basic Salary) में मर्ज कर दिया जाएगा। इसका मतलब है कि कर्मचारियों को पहले से मिलने वाला महंगाई भत्ता अब उनकी बेसिक सैलरी में जोड़ दिया जाएगा, और DA की नई गणना शून्य से शुरू होगी।
उदाहरण के लिए, अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी ₹34,200 है और DA 63% पर है, तो उसे अभी ₹21,546 (DA) मिल रहा है। 8वें वेतन आयोग के लागू होते ही यह ₹21,546 उसकी बेसिक सैलरी में जुड़ जाएगा। इसका मतलब यह है कि उसकी बेसिक सैलरी ₹55,746 हो जाएगी, और DA की नई गणना 0% से शुरू होगी।
2026 में DA मर्ज होगा
विशेषज्ञों का मानना है कि जनवरी 2026 तक DA 63% तक पहुंच सकता है। नियमों के अनुसार, जब DA 50% या उससे ज्यादा हो जाता है, तो उसे बेसिक सैलरी में मर्ज कर दिया जाता है। हालांकि, इससे पहले सरकार ने इसे 50% पर मर्ज नहीं किया था। अब चर्चा यह है कि 8वें वेतन आयोग के तहत DA को 63% पर मर्ज किया जाएगा, लेकिन यह देखना होगा कि क्या सरकार पूरा 63% जोड़ती है या सिर्फ 50%।
DA मर्ज होने का फायदा
महंगाई भत्ते को बेसिक सैलरी में मर्ज करने से कर्मचारियों की कुल सैलरी में बढ़ोतरी होगी। उदाहरण के लिए, अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी ₹18,000 है और DA 50% है, तो उसका DA ₹9,000 होगा। DA मर्ज होने के बाद उसकी नई बेसिक सैलरी ₹27,000 हो जाएगी।
इससे अन्य भत्तों जैसे HRA (House Rent Allowance), TA (Travel Allowance) आदि की गणना भी नई बेसिक सैलरी के आधार पर होगी, जिससे कुल सैलरी में और इजाफा होगा।
DA की गणना कैसे होगी?
8वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद DA की गणना AICPI (All India Consumer Price Index) के आधार पर की जाएगी। 2026 से DA की गणना 0% से शुरू होगी और हर छह महीने में इसमें बदलाव होगा।
उदाहरण के लिए:
- जनवरी 2026: DA = 0%
- जुलाई 2026: DA = 3-4% (AICPI के अनुसार)
- जनवरी 2027: DA = 7-8%
यह प्रक्रिया हर छह महीने पर दोहराई जाएगी और DA में बदलाव होता रहेगा।
पिछली बार ऐसा कब हुआ था?
महंगाई भत्ते को बेसिक सैलरी में मर्ज करने की प्रक्रिया पहली बार नहीं हो रही है।
- 2006: छठे वेतन आयोग के तहत 187% DA को बेसिक में मर्ज किया गया था।
- 2016: सातवें वेतन आयोग के तहत भी DA को बेसिक में जोड़ा गया था।
यह प्रक्रिया हर नए वेतन आयोग के साथ होती है, ताकि कर्मचारियों को एक बेहतर वेतन संरचना मिल सके।
क्या होगा DA मर्ज का असर?
DA को शून्य करने और बेसिक सैलरी में मर्ज करने से कुछ प्रभाव देखने को मिलेंगे:
- सैलरी में इजाफा: बेसिक सैलरी बढ़ने से कुल वेतन में वृद्धि होगी।
- भत्तों की नई गणना: अन्य भत्ते, जैसे HRA और TA, नई बेसिक सैलरी पर आधारित होंगे।
- महंगाई भत्ते की नई शुरुआत: DA फिर से 0% से शुरू होकर हर छह महीने में बढ़ेगा।
कब लागू होगा नया वेतन आयोग?
8वें वेतन आयोग को 2026 में लागू किया जाएगा। जनवरी 2026 से इसकी सिफारिशें प्रभावी होंगी। इसके लिए सरकार जल्द ही चेयरमैन और पैनल का गठन करेगी, जो वेतन और भत्तों के नए मैट्रिक्स पर चर्चा करेगा।
DA मर्ज से क्या मिलेगा फायदा?
DA को शून्य करना और बेसिक सैलरी में मर्ज करना एक बड़ी प्रक्रिया है, लेकिन इसका मकसद कर्मचारियों को बेहतर वेतन संरचना देना है। इससे कर्मचारियों की सैलरी में सुधार होगा और भत्तों की गणना भी ज्यादा सटीक होगी। तो दोस्तों, 8वें वेतन आयोग से जुड़े इस बड़े बदलाव के बारे में आपकी क्या राय है? हमें जरूर बताएं और अपडेट्स के लिए जुड़े रहें।