Advertisement

RBI का बड़ा फैसला! अब लोन लेने के लिए सिर्फ CIBIL स्कोर नहीं, ये 3 बातें हैं बेहद जरूरी! CIBIL Score Rule

CIBIL Score Rule – आजकल महंगाई के इस दौर में लोन लेना कोई नई बात नहीं है। हर किसी को अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए कभी न कभी लोन का सहारा लेना पड़ता है। लेकिन क्या आपको पता है कि सिर्फ आपका CIBIL स्कोर अच्छा होना लोन लेने के लिए काफी नहीं है?

बैंक लोन देने से पहले कुछ और चीजों को भी चेक करता है। तो अगर आप लोन के लिए अप्लाई करने का सोच रहे हैं, तो इन चीजों को जरूर समझ लें। इससे आपको लोन लेने में आसानी होगी और बार-बार बैंक के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

1. डेब्ट-टू-इनकम रेश्यो (Debt-to-Income Ratio)

सबसे पहले बैंक आपकी डेब्ट-टू-इनकम रेश्यो चेक करता है। यह रेश्यो बताता है कि आपकी कमाई के मुकाबले आपके ऊपर कितना कर्ज है।

Also Read:
Ration Card 2025 राशन कार्ड वालों की बल्ले-बल्ले! अब फ्री राशन के साथ मिलेंगी ₹2000 की सौगात Ration Card 2025

कैसे काम करता है ये रेश्यो?

  • बैंक आपकी मंथली डेट पेमेंट और ग्रॉस सैलरी (टोटल सैलरी) की तुलना करता है।
  • जितना कम आपका यह रेश्यो होगा, आपके लोन अप्रूव होने के चांस उतने ही ज्यादा होंगे।

उदाहरण के लिए:
अगर आपकी सैलरी ₹50,000 है और आपके ऊपर हर महीने ₹10,000 का कर्ज है, तो आपका डेब्ट-टू-इनकम रेश्यो 20% होगा। बैंक को ऐसे लोग पसंद आते हैं जिनका रेश्यो 30% या उससे कम होता है।

2. EMI/NMI रेश्यो (EMI-to-Net Monthly Income Ratio)

इसके बाद बैंक चेक करता है कि आपकी नेट मंथली इनकम (टैक्स कटने के बाद सैलरी) का कितना हिस्सा ईएमआई (EMI) चुकाने में जाता है।

Also Read:
LPG Gas Cylinder राशन कार्ड धारकों के लिए खुशखबरी, अब सिर्फ ₹450 में मिलेगा गैस सिलेंडर – LPG Gas Cylinder
  • अगर आपकी EMI आपकी इनकम के 50-55% तक है, तो बैंक को आप पर भरोसा होता है।
  • लेकिन अगर EMI आपकी सैलरी का 60% या उससे ज्यादा हो जाती है, तो बैंक आपके लोन पर रिस्क देखता है और इसे रिजेक्ट कर सकता है।

टिप: अगर आपकी EMI ज्यादा है, तो या तो लोन की अमाउंट कम लें या सैलरी का हिस्सा बचाने की कोशिश करें।

3. LTV रेश्यो (Loan-to-Value Ratio)

यह रेश्यो ज्यादातर हाउसिंग लोन (Housing Loan) में काम आता है।

  • मान लीजिए, आप ₹50 लाख का घर खरीद रहे हैं। बैंक इस घर की मार्केट वैल्यू को देखकर आपको लोन देता है।
  • LTV रेश्यो यह तय करता है कि घर की वैल्यू के मुकाबले बैंक आपको कितना लोन देगा।
  • अगर LTV रेश्यो ज्यादा होता है, तो बैंक को रिस्क ज्यादा लगता है।

याद रखें: बैंक आमतौर पर घर की कीमत का 80-90% तक लोन देता है। बाकी का 10-20% अमाउंट आपको खुद से देना होता है।

Also Read:
ICICI Personal Loan घर बैठे पाएं ₹1 लाख तक का लोन, वो भी बिना गारंटी – ICICI बैंक का बेजोड़ ऑफर! ICICI Personal Loan

CIBIL स्कोर: लोन का गेटपास

अब बात करते हैं CIBIL स्कोर की, जो लोन अप्रूवल के लिए सबसे पहली चीज होती है।

  • CIBIL स्कोर क्या है?
    यह एक तीन अंकों की संख्या है, जो 300 से 900 के बीच होती है। यह आपके पुराने लोन, क्रेडिट कार्ड पेमेंट, और फाइनेंशियल व्यवहार के आधार पर तय होता है।
  • अच्छा CIBIL स्कोर क्यों जरूरी है?
    • अगर आपका स्कोर 750 या इससे ऊपर है, तो आपको लोन जल्दी और सस्ते ब्याज पर मिल सकता है।
    • 750 से कम स्कोर वाले लोगों को लोन अप्रूवल में मुश्किल हो सकती है।

ध्यान दें: CIBIL स्कोर को अच्छा बनाए रखने के लिए अपने क्रेडिट कार्ड के बिल और लोन की ईएमआई समय पर भरें।

लोन लेने से पहले ये बातें ध्यान में रखें:

  1. ब्याज दर (Interest Rate):
    अलग-अलग बैंकों की ब्याज दरें चेक करें। कभी-कभी प्राइवेट बैंकों की दरें कम होती हैं, लेकिन वहां प्रोसेसिंग चार्ज ज्यादा हो सकता है।
  2. लोन अवधि (Loan Tenure):
    लंबे समय के लोन में EMI कम होती है, लेकिन आप ब्याज ज्यादा चुकाते हैं। छोटी अवधि का लोन सस्ता पड़ता है।
  3. हिडन चार्जेस (Hidden Charges):
    लोन प्रोसेसिंग फीस, प्री-पेमेंट चार्ज, और अन्य हिडन चार्जेस का ध्यान रखें।

2025 में लोन ट्रेंड:

इस साल महंगाई बढ़ने के कारण लोग पर्सनल लोन, हाउसिंग लोन, और बिज़नेस लोन ज्यादा ले रहे हैं।

Also Read:
Private Employees Monthly Pension Increase EPFO का बड़ा तोहफा! प्राइवेट कर्मचारियों की मासिक पेंशन में हुआ शानदार इज़ाफा – Private Employees Monthly Pension Increase
  • होम लोन: ब्याज दरें थोड़ी कम हुई हैं, इसलिए घर खरीदने का यह सही समय हो सकता है।
  • पर्सनल लोन: पर्सनल लोन पर अब डिजिटल बैंकों के जरिए इंस्टेंट अप्रूवल मिल रहा है।
  • बिज़नेस लोन: नए स्टार्टअप्स को सपोर्ट करने के लिए बैंक और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन्स अच्छे ऑफर्स दे रहे हैं।

एक्सपर्ट टिप्स:

लोन लेने से पहले सही प्लान चुनना बहुत जरूरी है। इसके लिए EMI कैलकुलेटर का इस्तेमाल करें ताकि आप अपनी मासिक ईएमआई की सटीक गणना कर सकें और यह तय कर पाएं कि यह आपकी आय और खर्चों के हिसाब से सही बैठता है या नहीं। इसके अलावा, जरूरी दस्तावेज़ जैसे सैलरी स्लिप, बैंक स्टेटमेंट, और पहचान पत्र हमेशा अपडेटेड रखें ताकि प्रोसेसिंग के समय किसी प्रकार की रुकावट न हो। अगर आपका CIBIL स्कोर कम है, तो घबराने की जरूरत नहीं है।

इस स्थिति में, बैंक से सीधे बात करें और कस्टम लोन ऑफर्स के विकल्पों पर चर्चा करें। बैंक अक्सर आपकी स्थिति को समझते हुए विशेष समाधान प्रदान कर सकता है। थोड़ी समझदारी और सही प्लानिंग से लोन लेना आसान हो सकता है। तो, सिर्फ CIBIL स्कोर नहीं, इन तीन चीजों का ध्यान रखें और अपने लोन अप्रूवल के चांस बढ़ाएं। थोड़ा प्लानिंग करेंगे, तो लोन लेना भी आसान हो जाएगा!

Also Read:
PAN Card New Rules पैन कार्ड धारकों के लिए बड़ी खबर, सरकार ने जारी किया नया नियम Pan Card New Update

Leave a Comment

WhatsApp Group