Public Holidays – उत्तराखंड में 23 जनवरी को नगर निकाय चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने इस दिन पब्लिक हॉलीडे की घोषणा कर दी है। यह अवकाश सरकारी ऑफिस, स्कूल-कॉलेज, निगम और बिज़नेस संस्थानों में लागू होगा। सरकार चाहती है कि ज्यादा से ज्यादा लोग वोट डालें और लोकतंत्र को मजबूत बनाएं।
चुनाव की तैयारियों में जोश और दम
नगर निकाय चुनावों की तैयारियां जोरों पर हैं। हर गली-मोहल्ले में प्रत्याशियों के प्रचार की गूंज सुनाई दे रही है। चुनाव आयोग ने भी इस बार मतदान को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए कई खास इंतजाम किए हैं। वहीं, वोटर अवेयरनेस कैम्पेन चलाकर लोगों को उनके अधिकार और मतदान का महत्व समझाया जा रहा है।
मतदाता जागरूकता पर फोकस
इस बार चुनाव आयोग का मिशन है – 100% वोटिंग। इसके लिए बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। रैलियों, पोस्टरों, सोशल मीडिया और लोकल इवेंट्स के जरिए मतदाताओं को वोटिंग का महत्व समझाया जा रहा है। यह पहल न सिर्फ मतदान प्रतिशत बढ़ाने बल्कि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए की जा रही है।
हजारों प्रत्याशी मैदान में, कड़ी टक्कर तय!
इस बार के निकाय चुनावों में जबरदस्त कॉम्पिटिशन है। हजारों प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। यहां तक कि हर पद के लिए भारी संख्या में नामांकन हुए हैं। आंकड़े भी काफी दिलचस्प हैं:
- नगर निगम: 103 नामांकन
- पार्षद: 2325 नामांकन
- पालिका अध्यक्ष: 284 नामांकन
- सभासद: 1922 नामांकन
- नगर पंचायत अध्यक्ष: 295 नामांकन
- नगर पंचायत सदस्य: 1567 नामांकन
इससे साफ है कि इस बार का चुनाव कड़ा मुकाबला लेकर आएगा।
सुरक्षा के पक्के इंतजाम
चुनाव को शांति और निष्पक्षता से कराने के लिए सुरक्षा व्यवस्था भी तगड़ी की गई है। पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जाएगी ताकि हर कोई बिना किसी डर के वोट डाल सके।
प्रत्याशियों का जोरदार प्रचार
हर प्रत्याशी अपने-अपने इलाकों में मतदाताओं को लुभाने में जुटा है। कोई विकास की बात कर रहा है, तो कोई जनसुविधाओं को मुद्दा बना रहा है। गली-मोहल्लों में प्रचार की गूंज और मतदाताओं को रिझाने की कोशिशें हर जगह नजर आ रही हैं।
महिलाओं और युवाओं की बढ़ती भागीदारी
इस बार चुनाव में महिलाओं और युवाओं की जोरदार एंट्री देखने को मिल रही है। महिला प्रत्याशी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं, जो साफ तौर पर महिला सशक्तिकरण का उदाहरण है। वहीं, युवा मतदाता भी इस प्रक्रिया में काफी एक्टिव हैं, जो लोकतंत्र के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
तैयार हो जाइए मतदान के लिए!
तो बस, अब बारी आपकी है। 23 जनवरी को निकाय चुनाव में हिस्सा लीजिए, वोट डालिए, और अपने अधिकार का सही इस्तेमाल कीजिए। आपका एक वोट विकास और बदलाव की दिशा में बड़ा कदम हो सकता है।