Public Holidays Announcement : मकर संक्रांति और पोंगल का जश्न इस बार और भी खास होने वाला है। देशभर में इस मौके पर कई राज्यों ने लंबी छुट्टियों की घोषणा की है। चार से छह दिनों तक के इस ब्रेक में आप ना सिर्फ त्योहार मना सकते हैं बल्कि घरवालों के साथ वक्त भी बिता सकते हैं।
उत्तर भारत में चार दिनों का फेस्टिवल मोड
अगर आप उत्तर भारत में रहते हैं, तो यह त्योहार आपके लिए खास बन सकता है। 11 जनवरी से लेकर 14 जनवरी तक छुट्टियों की लाइन लग गई है। इसमें दूसरा शनिवार, रविवार, लोहड़ी और मकर संक्रांति की छुट्टियां शामिल हैं। पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में लोहड़ी खास धूमधाम से मनाई जाती है। वहां इस दिन विशेष छुट्टी रहेगी।
आप अपने दोस्तों और परिवार के साथ लोहड़ी की आग के चारों ओर नाचते-गाते, गजक और रेवड़ी खाते हुए अच्छे समय का आनंद ले सकते हैं। इसके तुरंत बाद मकर संक्रांति का मौका है, जिसमें पतंग उड़ाने से लेकर तिल-गुड़ खाने तक सब कुछ खास रहेगा।
दक्षिण भारत में 6 दिनों की छुट्टियां
दक्षिण भारत का हाल तो और भी शानदार है। यहां तमिलनाडु में 14 जनवरी से 17 जनवरी तक पोंगल, तिरुवल्लुवर दिवस और उझावर थिरुनल जैसे त्योहार धूमधाम से मनाए जाएंगे। इन मौकों पर सभी स्कूल-कॉलेज और सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे।
पोंगल तो तमिलनाडु का सबसे बड़ा त्योहार है। यह किसानों का धन्यवाद करने और फसल की खुशी में मनाया जाने वाला त्योहार है। आपको अगर दक्षिण भारत की संस्कृति को करीब से देखना है, तो यह समय एकदम परफेक्ट है।
तेलंगाना में पांच दिन की छुट्टियां
तेलंगाना में भी लोग लंबे वीकेंड का आनंद उठा सकते हैं। यहां सरकार ने 13 जनवरी से लेकर 17 जनवरी तक पांच दिनों की छुट्टियां दी हैं। सबसे खास बात यह है कि सरकारी कर्मचारियों को इस दौरान एक अतिरिक्त छुट्टी का विकल्प भी दिया गया है। तो बस, इस मौके का पूरा फायदा उठाएं और आराम करें या अपने फैमिली के साथ क्वालिटी टाइम बिताएं।
त्योहारों का मज़ा और इनकी खासियत
मकर संक्रांति हमारे हिंदू पंचांग के हिसाब से एक बड़ा त्योहार है। यह दिन तब मनाया जाता है जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है। उत्तर भारत में लोग इस दिन पतंग उड़ाने और तिल-गुड़ से बने पकवान खाने में व्यस्त रहते हैं। वहीं, दक्षिण भारत में यह फसल कटाई के बाद मनाया जाता है और इसे पोंगल कहते हैं।
14 जनवरी का दिन मुस्लिम समुदाय के लिए भी खास है। इस दिन हजरत अली का जन्मदिन मनाया जाता है और इसके लिए कई धार्मिक कार्यक्रम होते हैं। यह दिन धार्मिक सद्भाव और आपसी भाईचारे का भी प्रतीक है।
क्यों खास हैं ये छुट्टियां
ऐसी लंबी छुट्टियां कब-कब आती हैं? यह वक्त त्योहारों का है, खुशियों का है। इन दिनों में आप अपने रूटीन से ब्रेक ले सकते हैं। बहुत से लोग इन दिनों का इस्तेमाल छोटी यात्राओं या पिकनिक प्लान करने में करेंगे।
स्कूल और कॉलेज के बच्चों के लिए यह टाइम आउट उन्हें थोड़ी रिलैक्स करने का मौका देगा। ऑफिस के लोग भी थोड़ा रीचार्ज होकर काम पर लौट सकेंगे। इससे ऑफिस और स्कूल दोनों जगह एनर्जी और उत्साह बढ़ेगा।
भारत की विविधता की झलक
यह समय हमें हमारे देश की सांस्कृतिक विविधता का भी अहसास कराता है। चाहे उत्तर भारत की लोहड़ी हो या दक्षिण भारत का पोंगल, हर त्योहार की अपनी खासियत और सुंदरता है। ये त्योहार न केवल हमें हमारी परंपराओं से जोड़े रखते हैं, बल्कि हमारे देश की सांस्कृतिक विरासत को भी मजबूत करते हैं।
तो दोस्तों, इस बार मकर संक्रांति और पोंगल पर ढेर सारी खुशियां बांटें। अगर आप अपने शहर से दूर रहते हैं, तो कोशिश करें कि इन छुट्टियों में घर जा सकें। अपने परिवार के साथ इन त्योहारों को और भी खास बनाएं। और हां, पतंग उड़ाने के साथ-साथ सुरक्षात्मक नियमों का भी ध्यान रखें।